कभी ख़्वाहिश था लोगों की अब मर चुका हूँ, उनकी नज़रो में एक योजित मौत उन गुनाहों के लिए, जो मैंने किये ... कभी ख़्वाहिश था लोगों की अब मर चुका हूँ, उनकी नज़रो में एक योजित मौत उन गुनाहों के...
ये हमारी ज़िन्दगी की विडम्बना है कि जो जीना चाहते हैं उन्हें मौत ले जाती है और जो मरना चाहते वे हैं... ये हमारी ज़िन्दगी की विडम्बना है कि जो जीना चाहते हैं उन्हें मौत ले जाती है और ...
बस तुझमें ही तुझमें मैं डूबती जाऊं। बस तुझमें ही तुझमें मैं डूबती जाऊं।
कहीं नदिया है कहीं घाटियाँ कहीं फूलों की बगिया है कहीं रेत कहीं झरने है कहीं नदिया है कहीं घाटियाँ कहीं फूलों की बगिया है कहीं रेत कहीं झरने है